Monday, 16 Sep 2024
गणेश चतुर्थी के दिन लोग घर में बप्पा की स्थापना करके विधि-विधान से पूजा-पाठ कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि गणेश विसर्जन के समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, अनंत चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 16 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 10 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 17 सितंबर को सुबह 11 बजकर 44 मिनट पर होगा।
बप्पा के विसर्जन के लिए 17 सितंबर को प्रात: 09 बजकर 11 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 47 मिनट तक और दोपहर 03 बजकर 19 मिनट से लेकर 04 बजकर 51 मिनट तक मुहूर्त रहेगा।
बप्पा का विसर्जन करने से पहले गणेश जी की विधि-विधान से पूजा करें। इस दौरान उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाएं। ऐसा करने से बप्पा का आशीर्वाद बना रहता है।
एक चौकी को गंगाजल से पवित्र करके उस पर स्वास्तिक बनाकर लाल कपड़ा बिछा दें। इसके बाद गणेश जी को स्थापना वाली जगह से उठाकर चौकी पर विराजमान कर दें।
विसर्जन से पहले गणेश जी की कपूर जलाकर आरती करें। इस दौरान धन, सुख-समृद्धि और आशीर्वाद की कामना करें और अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगे।
जल में गणेश जी की मूर्ति को फेंके नहीं उन्हें आदर और सम्मान के साथ जल में प्रवाहित करें। गणेस विसर्जन वाले स्थान से थोड़ा जलकर लाकर अपने गमले में डाल सकते हैं।
इस विधि से भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जिन करने से व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। इसके साथ ही, व्यक्ति जीवन में खूब तरक्की करता है।
अनंत चतुर्दशी पर करें ये काम, मिलेगी सभी कार्यो में सफलता