देश के सुप्रसिद्ध श्री कृष्‍ण मंदिर, जीवन में एक बार जरूर करें इनके दर्शन

Thursday, 07 Sep 2023

Image Credit : Google Images

पूरे देश में जन्‍माष्‍टमी पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. सभी श्रीकृष्‍ण मंदिर सज चुके हैं. देश के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों में तो जन्‍माष्‍टमी के पहले से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है.

आज जन्‍माष्‍टमी के मौके पर हम देश के कुछ ऐसे प्रसिद्ध मंदिरों की बात करते हैं जिनके जीवन में एक न एक बार दर्शन जरूर करने चाहिए.

द्वारकाधीश मंदिर, मथुरा

मथुरा के इस सबसे प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर में भगवान कृष्ण की काले रंग की प्रतिमा की पूजा होती है. यह मंदिर यमुना नदी के तट पर एक जेल की कोठरी के अंदर स्थित है. मान्‍यता है कि यहीं पर भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. मथुरा के द्वारकाधीश मंदिर में हर साल लाखों की संख्‍या में श्रद्धालू पहुंचते हैं.

श्री बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन

वृंदावन भगवान श्रीकृष्‍ण की बाल लीलाओं का स्‍थल है. यहां का श्री बांके बिहारी मंदिर करोड़ों लोगों की आस्‍था का केंद्र है. इस मंदिर में जन्‍माष्‍टमी पर्व की धूम देखने लायक रहती है.

जगन्नाथ पुरी, उड़ीसा

उड़ीसा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर और यहां की रथ यात्रा दुनिया भर में मशहूर है. हर साल भगवान श्रीकृष्ण अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ रथ में विराजमान होकर गुंडिचा मंदिर के लिए निकलते हैं. इस मंदिर से जुड़े कई रहस्‍य आज भी अनसुलझे हैं. यहां भगवान जगन्‍नाथ की मूर्ति में भगवान का हृदय आज भी धड़कता है, जिसे ब्रह्म पदार्थ कहा जाता है.

द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात

हिंदू धर्म के चार धामों में से एक गुजरात का द्वारकाधीश मंदिर भी प्रसिद्ध तीर्थ है. इस मंदिर की सुंदरता, भव्‍यता देखते ही बनती है. अपने जीवन में एक बाद इस मंदिर के दर्शन जरूर करना चाहिए.

श्रीनाथजी मंदिर, नाथद्वारा

श्रीनाथजी श्रीकृष्ण भगवान के ७ वर्ष की अवस्था के रूप हैं। श्रीनाथजी हिंदू भगवान कृष्ण का एक रूप हैं, जो सात साल के बच्चे (बालक) के रूप में प्रकट होते हैं।

सांवरिया सेठ जी, मंडफिया

सांवलिया सेठ मंदिर की महिमा इतनी फैली के उनके भक्त वेतन से लेकर व्यापार तक में उन्हें अपना हिस्सेदार बनाते हैं. मान्यता है कि जो भक्त खजाने में जितना देते हैं सांवलिया सेठ उससे कई गुना ज्यादा भक्तों को वापस लौटाते हैं.

उडुपी श्री कृष्ण मठ मंदिर, कर्नाटक

उडुपी स्थित श्री कृष्ण मठ मंदिर, भगवान कान्हा के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. इस मंदिर की स्‍थापना 13 वीं सदी में वैष्णव संत श्री माधवाचार्य ने की थी. इस मंदिर की विशेषता है कि यहां भक्तों को मंदिर की खिड़की के छिद्रो में से ही भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करने होते हैं. इस खिड़की को चमत्कारी खिड़की कहा जाता है.

अगर आप है वर्किंग वुमेन तो नोट करें अपने लिए 5 मिनटों में बनने वाली ये हेल्दी डिशेज

Google Images
Read Now